यह फ़ैसला देश में लोकतंत्र को और मज़बूत करने का काम करेगा
चंडीगढ़,
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर के चुनाव के बारे सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का स्वागत करते हुये इसको ‘लोकतंत्र और सच्चाई की जीत’ करार दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भाजपा की धक्केशाही का मुँहतोड़ जवाब है, जिसने चंडीगढ़ नगर निगम में अपनी सत्ता हासिल करने की लालसा को पूरा करने के लिए लोकतंत्र का कत्ल किया है। उन्होंने दोहराया कि 30 जनवरी को भारतीय राजनीति के इतिहास में ‘सबसे काले दिन’ के तौर पर याद किया जायेगा क्योंकि इस दिन भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ में मेयर के पद के लिए हुये मतदान के दौरान लोकतंत्र का कत्ल किया। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले ने समूची लोकतांत्रिक प्रक्रिया में लोगों का विश्वास बहाल किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोकतंत्र की जीत है और समूचे देश को और विशेष तौर पर चंडीगढ़ को इस ऐतिहासिक फ़ैसले पर खुशी मनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकतांत्रिक ढंग के साथ चुनी गई सरकारों को गिराने की आदत है परन्तु यह फ़ैसला इस असंवैधानिक रुझान को रोकेगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह ऐतिहासिक मौका है क्योंकि अदालत ने भाजपा के इशारे पर प्रीज़ाईडिंग अफ़सर की तरफ से की गई धक्केशाही को दरकिनार करके हर लोकतंत्र प्रेमी के पक्ष को सही ठहराया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अदालत ने प्रीज़ाईडिंग अफ़सर द्वारा आठ कानूनी वोटें रद्द करने के घृणित फ़ैसले को ख़ारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि आठ वोटें बहाल होने से ‘आप’ के कुलदीप कुमार के चंडीगढ़ नगर निगम का लोकतांत्रिक ढंग से मेयर बनने का रास्ता साफ हो गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आज समूचा देश इस फ़ैसले के लिये सुप्रीम कोर्ट का कर्ज़दार है, जो देश में लोकतंत्र की मर्यादा को और मज़बूत करने में सहायक होगा।