चंडीगढ़,
पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध चल रही मुहिम के दौरान सोमवार को एक व्यक्ति प्रदीप कुमार, निवासी खलवाड़ा कॉलोनी, फगवाड़ा, ज़िला कपूरथला को तहसीलदार और मैनेजर फ़र्द केंद्र फगवाड़ा के नाम पर एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने के दोष अधीन गिरफ़्तार किया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये राज्य विजीलैंस ब्यूरो के एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उक्त मुलजिम के विरुद्ध यह मुकदमा तहसील फगवाड़ा के गाँव माधोपुर के निवासी मनजीत सिंह की तरफ से मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन में दर्ज करवाई गई ऑनलाइन शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में दोष लगाया है कि उसकी पत्नी ने पैतृक ज़मीन के विरासती इंतकाल सम्बन्धी एक दरख़ास्त तहसीलदार को दी है जिसने वह अर्ज़ी सम्बन्धित पटवारी को भेज दी है परन्तु उपरोक्त मुलजिम इस केस में एक लाख रुपए की माँग कर रहा है क्योंकि उसने शिकायतकर्ता को काम पूरा करने का भरोसा देते हुये कहा है कि इस सम्बन्धी तहसीलदार और फ़र्द केंद्र का मैनेजर एक लाख रुपए रिश्वत माँग रहे हैं। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त मुलजिम की तरफ से पैसों की माँग करते समय आवाज़ की रिकार्डिंग भी कर ली जोकि उसने सबूत के तौर पर विजीलैंस ब्यूरो को सौंप दी।
इस सम्बन्धी विजीलैंस रेंज जालंधर ने शिकायत की पड़ताल करके शिकायतकर्ता की तरफ से लगाए दोषों को सही और ठीक पाया है। इस रिपोर्ट के आधार पर उक्त दोषी के खि़लाफ़ भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर रेंज में मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ़्तार कर लिया गया है। मुलजिमों को कल समर्थ अदालत में पेश किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की आगे जांच जारी है।