चंडीगढ़, 1 मार्चः
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों अनुसार राज्य में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए, पंजाब पुलिस के कम्युनिटी अफेयरज़ डिवीज़न और वूमैन अफेयरज़ विंग द्वारा बच्चों ख़ास करके 5 से 12 साल उम्र वर्ग के बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए नयी पहलकदमी ‘जागृति’ लांच की गई है।
इस पहलकदमी को पंजाब पुलिस अफ़सर इंस्टीट्यूट में 180 पंजाब पुलिस मुलाजिमों के लिए कम्युनिटी अफेयरज़ डिवीज़न पंजाब द्वारा करवाए प्रमुख प्रशिक्षण प्रोग्राम के दौरान लांच किया गया है। डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब, गौरव यादव के निर्देशों पर करवाया यह व्यापक सैशन, बाल यौन शोषण, रोकथाम और कानून की व्यवस्थाओं पर केंद्रित था।
सांझ जागृति प्रोग्राम के उद्देश्यों पर रौशनी डालते हुये स्पेशल डीजीपी कम्युनिटी अफेयरज़ डिवीज़न और वूमैन अफेयरज़ गुरप्रीत कौर दियो ने विद्यार्थियों (दूसरी से 5वीं कक्षा ), अध्यापकों, प्रिंसिपलों, और सहायक स्टाफ समेत सेवकों और ड्रावरों को जागरूक करने में इस प्रोग्राम की भूमिका को उजागर किया।
इस मौके पर प्रसंचेतस फाउंडेशन की डायरैक्टर मंजुला सुलारिया और बचपन बचाओ आंदोलन के राज्य कोआरडीनेटर यादविन्दर सिंह ने क्रमवार बाल यौन शोषण के बारे जागरूकता और पोक्सो एक्ट के बारे जानकारी भरपूर सैशन आयोजित किये।
स्पैशल डीजीपी गुरप्रीत कौर दियो ने कहा कि यह प्रशिक्षण प्राप्त पुलिस मुलाज़ीम अपने सम्बन्धित जिलों में मास्टर ट्रेनर के तौर पर सेवाएं निभाएंगे, जो इस सम्बन्धी जानकारी और जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभाएंगे। अगले हफ़्ते, यह मास्टर ट्रेनर राज्य भर में 421 शक्ति हेल्प डैसकों पर तैनात 800 महिला पुलिस मुलाजिमों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह महिला मुलाज़ीम अपने सम्बन्धित पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के अधीन आते सभी सरकारी और प्राईवेट स्कूलों का दौरा करेंगे। उनके प्रभाव को और बढ़ाने के लिए, बाल यौन शोषण के बारे अध्ययन सामग्री प्रदान की गई है जो स्कूलों में बांटी जायेगी।
ज़िक्रयोग्य है कि यह पहलकदमी शिक्षित और सशक्त कानून लागूकरण अधिकारियों के द्वारा बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल सृजन करने के प्रति पंजाब पुलिस की वचनबद्धता को दर्शाती है। इस जागृति प्रोग्राम को शक्ति हेल्प डैस्क महिला मुलाजिमों द्वारा 8 मार्च, 2024 से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर लागू किया जायेगा।