22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। जिसकी तयारी ज़ोर शोर से चल रही है। इस दिन को लोग अपने घरों में दिवाली की तरह मनाएंगे चारों तरफ खुशियां और दीयों से रामलला जी की होने वाली प्राण प्रतिष्ठा में अपना योगदान देंगे|मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। सनातन धर्म में प्रभु श्रीराम की पूजा आदर्श मानव जीवन के प्रतीक के रूप में की जाती है।

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के कई नेता, अभिनेता, कलाकार और उद्योग जगत के दिग्गजों को न्योता भेजा गया है। इस भव्य कार्यक्रम में हर कोई अयोध्या मंदिर में रामलला के दर्शन करने को उत्साहित है। अगर आप भी प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही अयोध्या जाकर दर्शन करने का सोच रहे हैं तो वहां जाते वक्त अपने कपड़े और उनके रंग का खास ध्यान रखें

पुरुषो के लिए

धोती कुर्ता या कुर्ता पायजामा पहन कर जाएं। हिंदू धर्म पूजा-पाठ के दौरान धोती-कुर्ता पहनने की ही प्रथा है। ऐसे में आप भी अगर अयोध्या जा रहे हैं, तो कोशिश करें कि धोती कुर्ता या कुर्ता पायजामा ही पहनें। हिंदू धर्म की तो हिंदू धर्म में पूजा के दौरान और मंदिर जाने के दौरान काला और नीला रंग नहीं पहना जाता। ऐसे में जब अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला को विराजमान किया जाएगा तो उस दिन काला-नीला रंग पहनकर मंदिर ना जाएं। आप लाल, हरा, पीला रंग पहनकर मंदिर जा सकते हैं।


महिलाओ के लिए

महिलाएं अगर अयोध्या जा रहीं हैं तो कोशिश करें कि पारंपरिक तरीके से साड़ी या सूट पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करें। हालांकि यहां ऐसा कोई नियम नहीं है, लेकिन कोशिश करें कि आप भारतीय परिधान पहनकर ही मंदिर में जाएं। हिंदू धर्म की तो हिंदू धर्म में पूजा के दौरान और मंदिर जाने के दौरान काला और नीला रंग नहीं पहना जाता। ऐसे में जब अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला को विराजमान किया जाएगा तो उस दिन काला-नीला रंग पहनकर मंदिर ना जाएं। आप लाल, हरा, पीला रंग पहनकर मंदिर जा सकते हैं।